कई साल बाद आज फिर इस ब्लाक पर कुछ काम करने की सोच रहा हूं। हालांकि समय और हालात इसकी इजाजत नहीं देते लेकिन फिर भी प्रयास रहेगा कि इसे समय समय पर अपडेट रखूं। धन्यवाद मित्रो।
मंगलवार, 22 जुलाई 2014
गुरुवार, 9 अप्रैल 2009
गुरुवार, 22 जनवरी 2009
रोज कुछ लिखें
अब कल लिखेंगे आज कल इधर उधर मैं ही मन लगा रहता है वैसे भी बच्चो को लेकर काफी परेशान रहता हूँ उनका हेल्थ और शिछा काफी ख़राब जा रहा है परेशानी की मूल वजह भी यही है
शुक्रवार, 12 दिसंबर 2008
नीतीश सरकार के तीन साल-उपल्धियाँ मात्र डेढ़
नीतीश सरकार पिछले माह तीन साल पूरे कर चुकी है । पूरे कार्य काल के दौरान सरकार ने यानी तीन साल में सिर्फ डेढ़ काम किए है । एक पूरा काम- बाहुबल और अपराध के हाई प्रोफाइल रेकेट का खात्मा और आधा काम-कुछ विकास के काम जो बंद थे कुछ होने लगे हैं हालाँकि इन कार्यों कार्यों का स्तर pahale जैसा ghhatiya हैं । bhrashtachar और adhikarion के काम के tareekoin में कोई कमी नहीं हुई हैं।
दरअसल लालू-राबडी के पन्द्रह साल के शासन के दौरान बिहार इतना खाकी प्रदेश बन गया कि सभी ने मान लिया था कि अब इस प्रदेश का भला नहीं होने वाला। इस दौरान विकास का कोई काम लगभग नहीं ही हुआ। अपराध चरम पर थे । चारो तरफ बस हत्या, रेप और अपहरण का बोलबाला था। हालत यह थी कि पटना जैसे शहर में भी शाम होते ही सन्नाटा पसर जाता था. नीतिश अभी विकास यात्रा पर हैं लेकिन यह सब चुनाव के समय ही हो तो संदेह होना लाजमी है
दरअसल लालू-राबडी के पन्द्रह साल के शासन के दौरान बिहार इतना खाकी प्रदेश बन गया कि सभी ने मान लिया था कि अब इस प्रदेश का भला नहीं होने वाला। इस दौरान विकास का कोई काम लगभग नहीं ही हुआ। अपराध चरम पर थे । चारो तरफ बस हत्या, रेप और अपहरण का बोलबाला था। हालत यह थी कि पटना जैसे शहर में भी शाम होते ही सन्नाटा पसर जाता था. नीतिश अभी विकास यात्रा पर हैं लेकिन यह सब चुनाव के समय ही हो तो संदेह होना लाजमी है
गुरुवार, 4 दिसंबर 2008
बाकी है अभी दास्ताँ
दोस्तों मैं भी अब ब्लॉग पर हूँ। कुछ अपनी कुछ आपकी सुनाने के लिए, कोशिश करूंगा की खेत खलिहान से लेकर दुनिया जहाँ तक की बातें आपसे शेयर कर सकूं । उम्मीद है की आप भी इसमे मेरी मदद करेंगे ।
जीतेन्द्र शुक्ला
पटना
जीतेन्द्र शुक्ला
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